Dard Bhari Shayari in Hindi on Kuch Der Lagi Muskurane Mein

कहाँ वो नई गहिरायाँ हसने -हँसाने में,
मिलेंगी जो किसी के साथ दो आंसू बहने में ,
तुम आये तो खुशी आई लेकिन हंसु अभी केसे ,
कुछ देर तो लगती है रो कर मुस्कराने में

Dard Bhari Shayari in Hindi on Zidd Na Karo

उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो,
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो,
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है,
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो..

Dard Bhari Shayari in Hindi on Main Chup Hun

ज़िंदगी है बड़ी नादान इसलिए चुप हूँ,
दर्द ही दर्द सुबह शाम इसलिए चुप हूँ,
कहो तो कह दूं ज़माने से दास्तान अपनी,
उसमे आएगा तुम्हारा नाम इसलिए चुप हूँ..