Dard Bhari Shayari in Hindi on Yeh Alfaz

अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाती हूँ,
कुछ चुराती हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपने सुनाती हूँ|

Dard Bhari Shayari in Hindi on Meri Chahat

मेरी चाहत की तू आजमाइश ना कर ।
ये इश्क है इबादत तू नुमाइश ना कर।।
रहने दे ये भ्रम के तू साथ है हमेशा।
भूल जाऊँ मैं तुझे, तू फरमाइश ना कर।।