अरमान कोई सीने में आग लगा देता है,
ख्वाब कोई आकर रातों की नींद उड़ा देता है,
पूंछता हूँ जिससे भी मंज़िल का पता अब तो,
वो रास्ता तेरे घर का ही बता देता है..
अरमान कोई सीने में आग लगा देता है,
ख्वाब कोई आकर रातों की नींद उड़ा देता है,
पूंछता हूँ जिससे भी मंज़िल का पता अब तो,
वो रास्ता तेरे घर का ही बता देता है..