जब से समझा क्या हैं ये प्यार,
करने लगे तबसे किसी का इंतज़ार,
मांगने लगे उन्हें दुआओं में रब से,
न जाने कब होगा उस चाँद का दीदार..
जब से समझा क्या हैं ये प्यार,
करने लगे तबसे किसी का इंतज़ार,
मांगने लगे उन्हें दुआओं में रब से,
न जाने कब होगा उस चाँद का दीदार..