Dard Bhari Shayari on Shabd aur Khamoshiतुम शब्दों की जादूगर हो, मै ख़ामोशी का सौदागर हू, तुम ने जब चाहा, जो चाहा, कह दिया, मै हर बार, हर बात हंस कर सह गया।
कब उनकी पलकों से इज़हार होगा,दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा,गुज़र रही है रात उनकी यादो में,कभी उनको भी हमारा इंतज़ार होगा..Reply
कब उनकी पलकों से इज़हार होगा,दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा,गुज़र रही है रात उनकी यादो में,कभी उनको भी हमारा इंतज़ार होगा..
सुपर हिट शायरी.