लफ्ज़ वही हैं, माईने बदल गये हैं,
किरदार वही, अफ़साने बदल गये हैं,
उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते,
ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं..
लफ्ज़ वही हैं, माईने बदल गये हैं,
किरदार वही, अफ़साने बदल गये हैं,
उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते,
ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं..