कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें,
हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..
कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें,
हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..
Yere good
पहले वो मेरी गर्लफ्रेंड थी,
मैं बोलता था और वो सुनती थी,
फिर वो मेरी मंगेतर बनी,
वो बोलती थी और मैं सुनता था,
जब से वो मेरी बीवी बनी,
हम दोनों बोलते हैं,
और, मोहल्ला सुनता है!!