सिलसिला ख़त्म क्यों करना, जारी ही रहने दो,
इश्क में बाकी थोड़ी-बहुत उधारी भी रहने दो,
वो करता है जुल्म मुझपे, लाता है आँखों में आंसू,
नाम उनके दर्दे-मोहब्बत में ये सितम भी सहने दो..
सिलसिला ख़त्म क्यों करना, जारी ही रहने दो,
इश्क में बाकी थोड़ी-बहुत उधारी भी रहने दो,
वो करता है जुल्म मुझपे, लाता है आँखों में आंसू,
नाम उनके दर्दे-मोहब्बत में ये सितम भी सहने दो..
Badal ketne kudnaseeb ha ke asman me rahker be jameen per bareste ha laken hum ketne badnaseeb ha ke pass rahker be melne ke leeye tarsete ha
वक्त बदल जाता है जिंदगी के साथ
जिंदगी बदल जाती है वक्त के साथ
वक्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ
बस दोस्त बदल जाते हैं वक्त के साथ…