1. टूट कर बिखर जाते है वो लोग मिट्टी की दीवारो कि तरह,
जो खुद से भी ज्यादा किसी और से मुहब्बत किया करते है..
2. सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो ,
मुझे भी अपनी ज़िद्द बना लो..
3. दुनिया कितनी ही आगे क्यों न बढ़ जाए ,
मगर वो छुप छुप के मिलने वाली मोहब्बत का मज़ा ही कुछ और है..
Zakas