1. पर्दा गिरते ही खत्म हो जाते हैं तमाशे सारे,
खूब रोते हैं फिर औरों को हँसाने वाले..
2. कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी ,
हज़ारों अपने हैं मगर, याद तुम ही आते हो..
3. आंसू निकल पडे ख्वाब मे उसको दूर जाते देखकर,
आँख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रुलाता है..