Two Line Shayari in Hindi on Alfaz Mere

1. शिकायत तो नही लेकिन इतना जरुर पूछना चाहता हूँ जमाने से,
आखिर वो क्या करे जो जमाने के ही जुल्म से मजबूर हो जाये ..

2. लिखती हूँ सिर्फ़ खुद को बहलाने को,जानती हूँ ,
उनके पास मेरे अल्फाज़ पढ़ने की फुर्सत नहीं।

3. खामोश रहने दो लफ़्ज़ों को, आँखों को बयाँ करने दो हकीकत,
अश्क जब निकलेंगे झील के, मुक़द्दर से जल जायेंगे अफसाने..

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