क्यों मरते हो बेवफा सनम के लिए,
दो गज जमीन नही मिलेगी दफन के लिए,
मरना हे तो मरो देश-ए-वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी कफ़न के लिए..
क्यों मरते हो बेवफा सनम के लिए,
दो गज जमीन नही मिलेगी दफन के लिए,
मरना हे तो मरो देश-ए-वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा उतार देगी कफ़न के लिए..