तुमको छुले जो हवा उसे छूना चाहूँ मैं,
तू जो संग चले न होंगे तनहा रास्ते,
कब तक मैं अकेले रहूं, कब तक मैं अकेले चलूँ,
तू जो बस आ जाये मेरे पास बदल जाएगी मेरी दुनिया।।
तुमको छुले जो हवा उसे छूना चाहूँ मैं,
तू जो संग चले न होंगे तनहा रास्ते,
कब तक मैं अकेले रहूं, कब तक मैं अकेले चलूँ,
तू जो बस आ जाये मेरे पास बदल जाएगी मेरी दुनिया।।