कभी इनका हुआ हूं मै,
कभी उनका हुआ हूं मै
खुद के लिए कोशिश नहीं की,
मगर सबका हुआ हूं मै
मेरी हस्ती बहुत छोटी, मेरा रूतबा नही कुछ भी
लेकिन डूबते के लिए सदा तिनका हुआ हू मै
कभी इनका हुआ हूं मै,
कभी उनका हुआ हूं मै
खुद के लिए कोशिश नहीं की,
मगर सबका हुआ हूं मै
मेरी हस्ती बहुत छोटी, मेरा रूतबा नही कुछ भी
लेकिन डूबते के लिए सदा तिनका हुआ हू मै
nice shayari and poetry
Soooo Goooood….Thanks for sharing