यूँ तो इस दर्द की इन्तहा कुछ नहीँ,
गिला ये है कि जाते हुए कहा कुछ नहीँ,
ताकते रहे बस जाने से पहले वो,
लब कुछ तो कह रहे थे,
क्यों सुना कुछ नहीँ
यूँ तो इस दर्द की इन्तहा कुछ नहीँ,
गिला ये है कि जाते हुए कहा कुछ नहीँ,
ताकते रहे बस जाने से पहले वो,
लब कुछ तो कह रहे थे,
क्यों सुना कुछ नहीँ
Mst very nice
Nice shayari