वो जी रही है मेरे बिन कारण समझता हुँ,
फिर भी याद मे उसकी क्यो इतना उलझता हुँ,
मुझको है पता कि क्या है उसके मेरे दरमियान,
फिर भी आज भी उसको मे अपना समझता हुंँ..
वो जी रही है मेरे बिन कारण समझता हुँ,
फिर भी याद मे उसकी क्यो इतना उलझता हुँ,
मुझको है पता कि क्या है उसके मेरे दरमियान,
फिर भी आज भी उसको मे अपना समझता हुंँ..