आखों में पानी रखो , होठों पर चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो ,
राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है मंज़िलें ,
रास्ते आवाज़ देते हैं , सफर जारी रखो..
आखों में पानी रखो , होठों पर चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो ,
राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है मंज़िलें ,
रास्ते आवाज़ देते हैं , सफर जारी रखो..