1. नजरंदाज उन्हें करू जो नजर के सामने हो,
उनका क्या करू, जो दिल में बस गए है..
2. वक्त ही नहीं मिलता मुझे दुखी होने का क्योंकि,
उम्मीद ही नहीं करता मैं ज्यादा खुशी की..
1. नजरंदाज उन्हें करू जो नजर के सामने हो,
उनका क्या करू, जो दिल में बस गए है..
2. वक्त ही नहीं मिलता मुझे दुखी होने का क्योंकि,
उम्मीद ही नहीं करता मैं ज्यादा खुशी की..