1. मैं मुसाफ़िर हूँ ख़तायें भी हुई होंगी मुझसे,
तुम तराज़ू में मग़र मेरे पाँव के छाले रखना..
2. यू पलटा मेरी किस्मत का सितारा,
उसने भी छोड़ दिया और अपनों ने भी..
3. इतना संभाल के तो लोग हीरे जवाहरात भी नहीं रखते,
जितनी की हमने तेरी यादें संभाल के रखी है..