1. अनजान अपने आप से वह शख्स रह गया..
जिसने उमर गुज़ार दी औरों की फ़िक्र में..
2. तुम हज़ार बार भी रुठोगे तो मना लूंगी तुमको मगर,
शर्त ये है कि मेरे हिस्से की मुहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो..
1. अनजान अपने आप से वह शख्स रह गया..
जिसने उमर गुज़ार दी औरों की फ़िक्र में..
2. तुम हज़ार बार भी रुठोगे तो मना लूंगी तुमको मगर,
शर्त ये है कि मेरे हिस्से की मुहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो..