1. जहाँ से तेरी बादशाही खत्म होती है..
वही से मेरी नवाबी शुरु होती है..
2. इस अजनबियों के शहर में, मुझे अजनबी हीं रहने दो
दो क़दम के ही सही, मग़र फ़ासले रहने दो
दो पंक्तियों में हिंदी शायरी. Latest and Short and Trending Two Line Shayari which will help You to bring out your emotions at your best.
1. जहाँ से तेरी बादशाही खत्म होती है..
वही से मेरी नवाबी शुरु होती है..
2. इस अजनबियों के शहर में, मुझे अजनबी हीं रहने दो
दो क़दम के ही सही, मग़र फ़ासले रहने दो
लिखा जो ख़त हमने वफ़ा के पत्ते पर,
डाकिया भी मर गया शहर ढूंढते ढूंढते..
इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है….
लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर !
उसने पूछा ज़िन्दगी किसने बर्बाद की तुम्हारी….
उठाई हमने ऊँगली और अपने ही दिल पे रख दी।
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल,
अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका..