मेरी आखों को तेरी सूरत जानी पहचानी लगती है,
तुमसे शुरू मेरी कहानी तुमसे ख़तम होती है ,
मिलके तुझसे मेरे दिल ने बहुत ख्वाब देखे हैं,
तुझसे ढलती मेरी शाम तुझसे सुबह होती है..
मेरी आखों को तेरी सूरत जानी पहचानी लगती है,
तुमसे शुरू मेरी कहानी तुमसे ख़तम होती है ,
मिलके तुझसे मेरे दिल ने बहुत ख्वाब देखे हैं,
तुझसे ढलती मेरी शाम तुझसे सुबह होती है..