लेके चले थे तूफ़ान, ठोकरों का डर ना था,
संग था कारवां,बिछड़ने का गम ना था,
आरज़ू थी साथ रहे उम्र भर , लेकिन मिलने का वक़्त ना था,
कोशिश तो बहुत की लेकिन नज़रे मिलाने का दम ना था..
लेके चले थे तूफ़ान, ठोकरों का डर ना था,
संग था कारवां,बिछड़ने का गम ना था,
आरज़ू थी साथ रहे उम्र भर , लेकिन मिलने का वक़्त ना था,
कोशिश तो बहुत की लेकिन नज़रे मिलाने का दम ना था..