अच्छी सूरत पे गजब टूट के आना दिल का,
याद आता है हमें हाय… ज़माना दिल का,
इन हसीनों का लड़कपन ही रहे या अल्लाह,
होश आता है तो याद आता है सताना दिल का..
अच्छी सूरत पे गजब टूट के आना दिल का,
याद आता है हमें हाय… ज़माना दिल का,
इन हसीनों का लड़कपन ही रहे या अल्लाह,
होश आता है तो याद आता है सताना दिल का..