हर पल हर लम्हा ख़ुशी के नगमे होंगे,
गम जो सताये तो थामेंगे हाथ जो अपने होंगे,
जब पाओगे खुद को तनहा,
उठा के नज़र देखना हम ही हम होंगे |
हर पल हर लम्हा ख़ुशी के नगमे होंगे,
गम जो सताये तो थामेंगे हाथ जो अपने होंगे,
जब पाओगे खुद को तनहा,
उठा के नज़र देखना हम ही हम होंगे |