ना तू मंज़िल,ना ही राह तू,
ना तू मुस्कराहट, ना ही आह तू,
ना तू दिल,ना तू धड़कन ना ही जान तू,
ना तू ख्वाब मेरा, ना ही अरमान तू,
ना ही कोई आब है तू,आँख मेरी भरने के लिए,
तू तो साँस है मेरी,हर बार आती है,
मुझको ज़िंदा करने के लिए..
ना तू मंज़िल,ना ही राह तू,
ना तू मुस्कराहट, ना ही आह तू,
ना तू दिल,ना तू धड़कन ना ही जान तू,
ना तू ख्वाब मेरा, ना ही अरमान तू,
ना ही कोई आब है तू,आँख मेरी भरने के लिए,
तू तो साँस है मेरी,हर बार आती है,
मुझको ज़िंदा करने के लिए..
waah bahut khoob umdaah shayari
Waqt ke haantho hai shah o sikandar sabhi. Iske aage koi sartaaj nahi #shikast #shair