Hindi Love Poem on Ajnabee The Ajnabee Hain

मेरी आँखो का हर आँसू तेरे प्यार की निशानी है,
जो तू समझे तो मोती है, ना समझे तो पानी है,
नज़ाने क्यू रेत की तरह हाथो से निकल जाते है लोग,
जिन्हे हम ज़िंदगी समझ कर कभी खोना नहीं चाहते,
फ़ासले कब कम हुए है राबतो के बाद भी,
अजनबी थे, अजनबी है मोहब्बत के बाद भी..

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