चाहा है तुम्हे अपने अरमानों से भी ज़्यादा,
लगती हो हसीं तुम मुस्कान से भी ज़्यादा,
मेरी हर धड़कन हर सांस है तुम्हारे लिए,
क्या मांगोगे जान मेरी जान से भी ज़्यादा।।
चाहा है तुम्हे अपने अरमानों से भी ज़्यादा,
लगती हो हसीं तुम मुस्कान से भी ज़्यादा,
मेरी हर धड़कन हर सांस है तुम्हारे लिए,
क्या मांगोगे जान मेरी जान से भी ज़्यादा।।