दुश्मनों के सितम का डर नहीं हमको,
हम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते हैं,
मुहब्बत तो फिर भी दिल से हो जाती है,
जिगर चाहिए सच्ची दोस्ती के लिए..
दुश्मनों के सितम का डर नहीं हमको,
हम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते हैं,
मुहब्बत तो फिर भी दिल से हो जाती है,
जिगर चाहिए सच्ची दोस्ती के लिए..