Dard Bhari Shayari on Mera Haal

अब ये न पूछना की . .
ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के ,
कुछ अपना हाल सुनाता हूँ |

One thought on “Dard Bhari Shayari on Mera Haal”

  1. तेरे खयालो से फुरसत नही मिलती,
    एक पल के लिए हमेँ राहत नही मिलती ।
    युं तो सब कुछ हमारे पास है

    बस देखने के लिए आपकि सुरत नही मिलती॥

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