Zindagi Shayari on Jeet kiski aur Haar kiskiजीत किसके लिए हार किसके लिए ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए, जो भी आया है वो जायेगा एक दिन फिर ये इतना अहंकार किसके लिए !