जिंदगी में कई उजले सवेरे गए,
फूलों से चुनकर रंग बिखेरे गए,
दस्तूर-ए-जिंदगी से न बच सके मगर,
वक्त की साजिश में हम भी घेरे गए..
जिंदगी में कई उजले सवेरे गए,
फूलों से चुनकर रंग बिखेरे गए,
दस्तूर-ए-जिंदगी से न बच सके मगर,
वक्त की साजिश में हम भी घेरे गए..
waah bahut badhiya umdaah khayaal