1. राहे-ज़िन्दगी में यह कहानी सभी की है,
हमराज़ कोई और है, हमसफ़र कोई और है..
2. दर्द का कहर बस इतना सा है,
के आँखें बोलने लगी ,आवाज़ रूठ गयी..
3. कहाँ किस हाल में रहा तेरे रूठ जाने के बाद,
घर लौट ही आते हैं परिंदे मौसम बदल जाने के बाद..
1. राहे-ज़िन्दगी में यह कहानी सभी की है,
हमराज़ कोई और है, हमसफ़र कोई और है..
2. दर्द का कहर बस इतना सा है,
के आँखें बोलने लगी ,आवाज़ रूठ गयी..
3. कहाँ किस हाल में रहा तेरे रूठ जाने के बाद,
घर लौट ही आते हैं परिंदे मौसम बदल जाने के बाद..
very nice shayri osm shayri love it
Awesome shAYRI LOVE IT