मोहब्बत बन उसकी जो तेरी परवाह करे,
प्यार बन उसका जो कभी तेरी नुमाइश न करे,
बन जा तन मन से दिल-ऐ-जान उसकी,
जो जान से भी ज़्यादा तुझसे वफ़ा करे..
मोहब्बत बन उसकी जो तेरी परवाह करे,
प्यार बन उसका जो कभी तेरी नुमाइश न करे,
बन जा तन मन से दिल-ऐ-जान उसकी,
जो जान से भी ज़्यादा तुझसे वफ़ा करे..