हम साँस लेते हैं तुम पे मरके,
हम जीते हैं तुम्हारी इबादत करके,
खो ना दे रहते हैं हमेशा डरते,
हमे ना चाहिए इस दुनिया से कुछ भी,
अब बस तुम ही हो रब से बढ़ के..
हम साँस लेते हैं तुम पे मरके,
हम जीते हैं तुम्हारी इबादत करके,
खो ना दे रहते हैं हमेशा डरते,
हमे ना चाहिए इस दुनिया से कुछ भी,
अब बस तुम ही हो रब से बढ़ के..