Romantic Shayari in Hindi on Meri to Tu Hi Mumtazसून पगली ये जो तुमसे इश्क़ बेपनाह है, यही मेरा गुनाह है, होंगे औरो के ख़ुदा लाखो लेकिन, मेरी तो बस एक तू ही मुमताज है..
Bindass…!