वादा करके निभाना भूल जाते हैं,
लगा कर आग फिर वो बुझाना भूल जाते हैं,
ऐसी आदत हो गयी है अब तो सनम की,
रुलाते तो हैं मगर मनाना भूल जाते हैं।
वादा करके निभाना भूल जाते हैं,
लगा कर आग फिर वो बुझाना भूल जाते हैं,
ऐसी आदत हो गयी है अब तो सनम की,
रुलाते तो हैं मगर मनाना भूल जाते हैं।