तू सामने मेरे जब रहती है
तो मन में इक प्रेम की धारा सी बहती है !
फिर बात न हो तुमसे तो क्या है
तेरी खामौशी भी तो सब कुछ कहती है !!
तू सामने मेरे जब रहती है
तो मन में इक प्रेम की धारा सी बहती है !
फिर बात न हो तुमसे तो क्या है
तेरी खामौशी भी तो सब कुछ कहती है !!