ऐ री सखी अब हो जा तैयार,
आने वाला है पी का त्यौहार,
सजकर संवरकर लेना है मन हार,
साथ मे करना है चाँद का दीदार,
मांगना है चौथमाता से सदा के लिए साजन का प्यार।।।
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अखंड सुहाग रहे सबका,
माथे पर बिंदीया चमकती रहे,
हाथों में चूड़ा और पांवों में पायल,
सर पर चुनड़ लाल सजती रहे।
हे चौथ माता सब पर कृपा रखना।
एक दूजे का साथ बनाए रखना
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सुन्दरता की प्रतिस्पर्धा अपने पुरे शबाब पे है..
आज एक चाँद दूसरे चाँद के इंतज़ार में है..!!