जो अपनी कमजोरियों मे आग लगा सकते है,
उन्हें हक है वो सूरज से आंख मिला सकते है,
बुलंदिया ही जिनका मकसद बन गई हों,
वो मुश्किलों से अपनी मंजिल छीन सकते है।
जो अपनी कमजोरियों मे आग लगा सकते है,
उन्हें हक है वो सूरज से आंख मिला सकते है,
बुलंदिया ही जिनका मकसद बन गई हों,
वो मुश्किलों से अपनी मंजिल छीन सकते है।