1. हमारे सीने पर भी ख़ुश्बू ने सर रक्खा था ए दोस्तो,
हमारी बाँहों में भी कभी फूलों की डाली रही..
2. परवाह नही चाहे जमाना कितना भी खिलाफ हो,
चलुंगा उसी राह पर जो सीधी और साफ हो..
3.वो प्यार भी किस काम का जिसमें हर बात,
को यकीन दिलाने के लिए कसम खानी पढ़े..