जिन्दगीं में उस का दुलार काफी हैं,
सर पर उस का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास…क्या फर्क पड़ता हैं,
माँ का तो बस एहसास ही काफी हैं !
जिन्दगीं में उस का दुलार काफी हैं,
सर पर उस का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास…क्या फर्क पड़ता हैं,
माँ का तो बस एहसास ही काफी हैं !
very heart touching line bro