काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती..
काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती..
Bhagban m tere mandir me,faryad karta hu,khush rakhna use jise m pyar karta hu