लाख दलदल हो ,पाँव जमाए रखिये,
हाथ खाली ही सही,ऊपर उठाये रखिये,
कौन कहता है छलनी में,पानी रुक नही सकता,
बर्फ बनने तक, हौसला बनाये रखिये..
लाख दलदल हो ,पाँव जमाए रखिये,
हाथ खाली ही सही,ऊपर उठाये रखिये,
कौन कहता है छलनी में,पानी रुक नही सकता,
बर्फ बनने तक, हौसला बनाये रखिये..