1. आ देख मेरी आँखों के ये भीगे हुए मौसम,
ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हम।
2. जो कदर नहीं करते उनके लिये लोग रोते हैं,
और जो हर किसी की कदर करते हैं लोग उन्हें अक्सर रुलाते हैं..
3. ख्वाहिशें थीं चाँद तारे तोड़ लाने की मगर,
देख लो बिखरा पड़ा है वो जमीं पर टूट कर।